मिलावट का ज़माना है???? CAN BE FUN FOR ANYONE

मिलावट का ज़माना है???? Can Be Fun For Anyone

मिलावट का ज़माना है???? Can Be Fun For Anyone

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एक चम्मच नमक को पानी में घोलने पर अशुद्धियां तल में जमा हो जाती हैं।

खरीदना तरबूज खरीदते समय इन बातों का भी रखें ध्यान

हींग को पानी में डालने पर मिट्टी व रेत बरतन के तल में चिपक जाते हैं। शुद्ध हींग को लौ पर जलाने से लौ चमकीली हो जाती है। हींग को साफ पानी में धोने पर यदि हींग का रंग सफेद या दूधिया हो जाये तो हींग शुद्ध होती है।

शुद्ध दूध हलचल के कारण बहुत पतली झाग की परत बनाता है।

दाल को एक परखनली में डालकर उसमें पानी डालें तथा हल्के हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की कुछ बूंदें डालने के बाद हिलाने पर यदि घोल का रंग गहरा लाल हो जाए तो समझना चाहिए कि दाल को मेटानिल पीले रंग से रंगा गया है। खेसरी दाल का परीक्षण, दाल को ध्यानपूर्वक देखकर किया जा सकता है। खेसरी दाल हल्के पीले रंग की व हरे रंग का समिश्रण लिए हुए होती है। इसके अतिरिक्त इसमें अरहर की तुलना में अधिक चिकनापन होता है।

चायपत्ती के नमूने के ऊपर से चुम्बक फिराने से लौह अवयव चुम्बक में चिपक जाते हैं।

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शहद में मिलावट ऐसे पदार्थों से की जाती है जो सस्ते होते हैं और लेबोरेटरी टेस्टिंग पैरामीटर्स को पार कर सकते हैं। भारत में आमतौर पर मिलावट के रूप में उपयोग किए जाने वाले पदार्थ हैं:

एरिथ्रोसन युक्त चीजों के सेवन से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। ऐसी चीजों का अधिक सेवन उलटी, मतली, पेट दर्द और सूजन जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके अतिरिक्त इससे मल त्यागने में दिक्कत होना और ब्लोटिंग भी हो सकती है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए भी सही नहीं है, वहीं लंबे समय तक एरिथ्रोसन वाली चीजों का सेवन कैंसर का भी कारण बन सकता है। इसलिए ऐसी चीजों से दूरी बनाएं।

कई लोग तरबूज खरीदते समय उसे ठोक कर देखते हैं। ऐसा आपको भी करना चाहिए। जो तरबूज पका हुआ और मीठा होगा, उसे ठोकने पर तेज आवाज आएगी, वहीं अधपका और कच्‍चा तरबूज ठोकने पर कम आवाज करेगा। इसके अतिरिक्त जब भी तरबूज खरीदें तो दोनों हाथों में अलग-अलग तरबूज लेकर click here उनका वजन नापें और फिर जो अधिक वजनदार हो उसे ही खरीदें। यहां जानिए तरबूज के सेवन से मिलने वाले फायदे।

शक्ति सिंह/कोटा. त्यौहारी सीजन के नजदीक आते ही दूध से बने कई उत्पादों में मिलावट खोर मिलावट करने लगते हैं. जिनकी शिकायत खाद्य विभाग के पास पहुंचती है. मिलावट खोर मावा की मिठाई, दही, पनीर यहां तक की किराने के आइटमों में भी मिलावट करने से नहीं चूकते हैं.

डिटर्जेंट के साथ मिलावटी दूध एक घना झाग बनाता है।

✨कॉफी की शुद्धता जांचने के ल‍िए उसे पानी में घोल‍िए।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी चंद्रवीर सिंह ने बताया कि त्यौहार आते ही मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं और खाने-पीने की वस्तुओं में मिलावट कर देते हैं. जिससे शरीर को नुकसान होता है. ऐसे में मिठाई, मावा की दूध, दही, पनीर में अगर मिलावट है या नहीं. उसे पहचान के लिए कुछ आयोडीन या टिंचर आयोडीन की बूंदे डालने पर उसका रंग नीला या बैंगनी हो जाएगा तो आप समझ जाए कि वह मिलावटी वस्तु है, उसे ना खरीदे.

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